काश वो भी आकर हम से कह दे मैं भी तन्हाँ हूँ, तेरे बिन, तेरी तरह, तेरी कसम, तेरे लिए।
वो बड़े ताज्जुब से पूछ बैठा मेरे गम की वजह फिर हल्का सा मुस्कराया, और कहा, मोहब्बत की थी ना?
ख़ामोशी बहुत कुछ कहती हे कान लगाकर नहीं, दिल लगाकर सुनो।
माँ कहती है मेरी दौलत है तू,,, और बेटा किसी और को ज़िन्दगी मान बैठा है.
इश्क मुहब्बत क्या है? मुझे नही मालूम! बस तुम्हारी याद आती है… सीधी सी बात है।
वो बड़े ताज्जुब से पूछ बैठा मेरे गम की वजह… फिर हल्का सा मुस्कराया, और कहा, मोहब्बत की थी ना?
तेरा नजरिया मेरे नजरिये से अलग था,
शायद तूने वक्त गुजारना था और हमे सारी जिन्दगी.
Kitne Dardnak The Wo Manjar Jab Hum Bichade The
Usne Kahaa Tha Jeena Bhi Nahi Or Rona Bhi Nahi.
यूँ तो मशहूर हैं अधूरी मोहब्बत के, किस्से बहुत से,
मुझे अपनी मोहब्बत पूरी करके, नई कहानी लिखनी हैं.
वाह रे इश्क़ तेरी मासूमियत का जवाव नहीं,
हँसा हँसा कर करता है बर्बाद तू मासूम लोगो को.
Tumhe Na Pana Shayad Behtar Hai,
Paa Ke Phir Se Tumhe Gawane Se.
रूठा अगर तुझसे तो इस अंदाज से रूठूंगा,
तेरे शहर की मिट्टी भी मेरे बजूद को तरसेगी.
अजीब दस्तूर है, मोहब्बत का,
रूठ कोई जाता है, टूट कोई जाता है.
ऐसा करो, बिछड़ना है तो, रूह से निकल जाओ,
रही बात दिल की, उसे हम देख लेंगे.
फिर नही बसते वो दिल जो एक बार उजड् जाते है,
कब्रे जितनी भी सजा लो पर जिँदा कोई नही होता.
गिरा दे जितना पानी है तेरे पास ऐ बादल,
ये प्यास किसी की लेने से बुझेगी तेरे बरसने से नहीं.
धोखा देती है शरीफ चेहरों की चमक अक्सर,
हर कांच का टूकड़ा हीरा नहीं होता.
जरा ठहर ऐ जिंदगी तुझे भी सुलझा दूंगा,
पहले उसे तो मना लूं जिसकी वजह से तू उलझी है.
हाथ की नब्ज़ काट बैठा हूँ,
शायद तुम दिल से निकल जाओ ख़ून के ज़रिये.
हम तुम्हें मुफ़्त में जो मिले हैं,
क़दर ना करना हक़ है तुम्हारा.
तकलीफें तो हज़ारों हैं इस ज़माने में,
बस कोई अपना नज़र अंदाज़ करे तो बर्दाश्त नहीं होता.
” इश्क में इसलिए भी धोखा खानें लगें हैं लोग
दिल की जगह जिस्म को चाहनें लगे हैं लोग..”
तेरी दुनिया का यह दस्तूर भी अजीब है ए खुदा,
मोहब्बत उनको मिलती है, जिन्हें करनी नहीं आती.
तरसेगा जब दिल तुम्हारा, मेरी मुलाकात को,
ख्वाबों मे होंगे तुम्हारे हम, उसी रात को.
इस दुनिया मेँ अजनबी रहना ही ठीक है,
लोग बहुत तकलीफ देते है अक्सर अपना बना कर !
दिल किसी से तब ही लगाना जब दिलों को पढ़ना सीख लो;
वरना हर एक चेहरे की फितरत में ईमानदारी नहीं होती.
इस दुनियाँ में सिर्फ बिना स्वार्थ के माँ बाप ही प्यार कर सकते हैं ..
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